पीसा की मीनार : (Leaning Tower of Pisa)
लीनिंग टावर ऑफ़ पीसा’ अर्थात् पीज़ा की झुकी मीनार यूरोप महाद्वीप के दक्षिण में स्थित इटली के छोटे से शहर पीसा में स्थित है। ये मीनार जिसके आसपास कई इमारतें हैं जो बिल्कुल सीधी बनी हुई है और वहीं उनके बीच बनी ये टेढ़ी-सी इमारत देखने में बहुत आश्चर्यजनक लगती है। जब इस इमारत को बनाया गया, उसके बाद से ही यह मीनार लगातार नीचे की ओर झुकती चली जा रही है और इसके झुकने के कारण ही यह विश्व भर में प्रसिद्ध है।
पीसा की मीनार का संक्षिप्त विवरण: (Quick Info about Leaning Tower of Pisa)
स्थान पीसा, इटली
निर्माण 1173-1372
वास्तुकार बोनानो पीसानो
वास्तुकला शैली इस्लामिक स्थापत्य कला
ऊँचाई 55.86 मीटर (183.3 फीट)
पीसा की मीनार का इतिहास: (Leaning Tower of Pisa Delhi History in Hindi)
इस मीनार को बनाने की शुरूआत वर्ष 1173 में की गयी थी। साल 1173 में पीसा एक रिहायशी लोगों का शहर था। वहाँ के रहने वाले लोग व्यापारी होने के साथ-2 अच्छे नाविक भी थे। पीसा के लोग और एक दूसरे इतालवी नगर फ़्लॉरेंस के लोगों की आपस में कभी नहीं बनती थी, जिस कारण दोनों शहरों के बीच कई युद्ध लड़े गए थे। पीसा के लोगो द्वारा फ़्लोरेंस के लोगों को नीचा दिखाने और अपना बड़प्पन साबित करने के लिए ही इस विशाल मीनार को बनाने की शुरुआत की गयी थी। मीनार का निर्माण शुरू होने के 12 साल बाद ही पता चल गया था कि ये टेढ़ी हो रही है, लेकिन तब तक इसकी 8 में से 3 मंज़िलें बन चुकी थीं और आज तक बड़े जतन से इस मीनार को गिरने से बचाया जा रहा है।
पीसा की मीनार के बारे में रोचक तथ्य: (Interesting Facts about Leaning Tower of Pisa in Hindi)
इस मीनार को बनाने में करीब 200 वर्षों का समय लगा था, इसका निर्माण 1173 में शुरू हुआ और 1372 में बनकर समाप्त हुई।
इस मीनार को रेत तथा चिकनी मिट्टी वाले स्थान पर बनाया गया था।
यह मीनार लकड़ी के लट्ठों को जमीन में गाड़कर उसके ऊपर बनाई गई है।
इस मीनार के बाह्य भाग को बनाने में संगमरमर का प्रयोग किया गया था।
इसके आधार पर दीवारों की चौड़ाई 2.44 मीटर (8 फीट 0.06 इंच) है। इसका अनुमानित वजन 14,500 मीट्रिक टन (16,000 शॉर्ट टन) है।
इस टावर में 296 या 294 सीढियाँ हैं; सातवीं मंजिल के उत्तर दिशा के सामने की सीढ़ियों पर दो सीढियाँ कम हैं।
इस मीनार की ऊँचाई लगभग 55.86 मीटर (183.3 फुट) है तथा यह लंब (आधार) से लगभग 5 डिग्री के खतरनाक कोण तक झुकी हुई है।
इस मीनार में कुल आठ मंजिलें हैं।
साल 1987 में यूनेस्को द्वारा इस मीनार को विश्व विरासत स्थल के रूप में चुना गया था।
वर्ष 1990 में इस मीनार को गिरने के खतरे की वजह से बंद कर दिया गया था, लेकिन 11 साल तक बंद रहने के बाद इसे दिसंबर 2001 में फिर से पर्यटकों के खोल दिया गया था।
पीसा नगर को महान गणितज्ञ गैलीलियो की जन्मभूमि माना जाता है।
लगभग 13 फुट झुकी मीनार अब तक कैसे खड़ी है, इसे देखकर लोगो को काफी अचरज होता है जबकि वेनिस का घंटाघर एक बार गिर भी चुका है।
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